1948 जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के खिलाफ

लड़ाई में पहले राजपूत के नायक जादुनाथ

सिंह को मरणोपरांत परमवीर चक्र मिला जब वो

एक बार नहीं दो बार नहीं तीसरी बार लगातार

हाथ में हैंड ग्रेनेड लिए पाकिस्तानियों

पर चढ़ गया सर में गोली खाई और शहीद हुए

किसके लिए हिंदुस्तान के लिए

1965 राजपूतों को फिर महावीर चक्र मिला जब

मेजर बलजीत सिंह रंधावा ने पाकिस्तानियों

को ब्लैक रॉक से खदेड़ा और 17 मई को शहादत

दी। कैप्टन रणवीर सिंह और सिपाही बुत सिंह

दोनों को वीर चक्र मिला। और जो पोस्ट

उन्होंने अपनी जान देकर जीती वो हमारी

सरकार ने पाकिस्तान को गुडविल दिखाने में

वापस कर दी। कश्मीर में आज भी राजपूताना

राइफलल्स का एक-एक सिपाही अपनी वफादारी

निभा रहा है। हवलदार रणबीर सिंह 1 इंच

अपने पोस्ट से नहीं है ना? जबकि उसका पूरा

सेक्शन इंसाफ हो गया था। आज भी उनके लिए

रेजिमेंटल ऑनर से बड़ा और कुछ

नहीं। सैनिकों की पांचवी पुश्तें आज भी

वहां मौजूद है। और वो सैनिक अपने राजपूत

भाई से पूछते हैं तू किसके लिए

मरेगा? राजपूत कहता है अपने पलटन के लिए।

पलटन किसकी? राजपूताना

की। राजपूताना

किसका? भारत का।

और ये

भारत क्या करेगा तुम्हारे

लिए? जब से ये प्रजातंत्र आया है ना हमारे

साथ सिर्फ धोखा हुआ है। सरदार वल्लभ भाई

पटेल ने हमसे अपील की थी। इधर आ। वन

इंडिया। एक भारत के लिए अपना राज्य त्याग

दो। हमने त्याग दिया।

उन्होंने पैसे मांगे। हमने अपना खजाना

खाली कर दिया। वन इंडिया एक भारत के लिए।

कहां है यह एक भारत?

डेमोक्रेसी के इतने साल बाद भी यह हाल है

कि कोई वोट नहीं डालना चाहता। अपने घर की

जमीन को अपना देश बनाकर बैठे हुए हैं

लोग। एक सरकार मेजॉरिटी में नहीं आ पा

रही। अरे हमारी परंपरा है ना हजारों सालों

की थी और जब छीनी थी इन लोगों ने तब भी

इनसे अच्छी थी।

डेमोक्रेसी के नाम पर हमसे पावर छीन कर

खुद वो कर रहे हैं। जिसका आरोप इन लोगों

ने हम पे लगाया था। फिर भी पटियाला

रिपोर्ट में सिर्फ हमारी खामियां, हमारी

गलतियां लिखी गई थी और कुछ

नहीं। अरे इनकी तो एक एक चीज नहीं है जो

साफ

है। आज भी लोग हमें क्यों बना बनाते हैं

बना? इज्जत करते हैं। क्यों? क्योंकि हमने

त्याग किया है हमारे लोगों के

लिए। जोधपुर के महाराजा ने वल्लभ भाई के

सेक्रेटरी के सर पर बंदूक रख के कहा था,

देख जोधपुर की मेरी प्रजा से गद्दारी मत

करना।

इन लोगों ने सबके साथ करता

है। 67 के लोकसभा इलेक्शन में जब राजकुमार

खड़े हुए चुनाव के लिए तब क्या

हुआ? राजस्थान में कांग्रेस का पत्ता

साफ। पूरे देश में 24 राजकुमारों को लोगों

ने चुना। तब क्या किया इन लोगों ने? ऑल

इंडिया कांग्रेस कमेटी की एक बैठक बुलाई।

हमारे शाही बत्ते बंद कर दिए।

हमें दी जाने वाली एक-एक सुविधा को हटा

दिया गया। हमें इन लोगों के सामने झुकना

पड़ा। हार माननी

पड़ी। हम हार गए क्योंकि हजार साल के बाद

भी हम आपस में लड़ रहे

थे। अब ये सब खत्म।

बस अगर हमें अपनी जमीन चाहिए तो एक होना

पड़ेगा। राजपूतों को इनसे बचाने के लिए एक

होना पड़ेगा।

और पेट्रिट मस्ट ऑलवेज बी रेडी टू डिफेंड

ह कंट्री अगेंस्ट इट्स

ग जंग छेड़नी है

हमें आजादी की जंग अपनी जमीन की

जंग और उसके लिए हमें पैसे

चाहिए

चाहिए सबसे महत्वपूर्ण बात आपको अपना खून

बहाना

पड़ेगा जो आप अपना खून बहाने के लिए तैयार

नहीं है तो सपना देखना बंद करो ये साकार

नहीं

होगा हमारी जमीन हमारी हमारी इज्जत हमारी

आन हम वापस नहीं ला

पाएंगे और अगर आप एक होने के लिए तैयार है

अपना खून बहाने के लिए तैयार है तो एक साथ

एक आवाज में बोलिए वीर भो

वसुंधरा